आज के समय में सभी लोग अपनी अपूर्ण इच्छाओं को पूरा करने का प्रयास करते हैं. बहुत से परिवार ऐसे हैं जो पूजा उपासना नहीं कर पाते हैं या उन लोगों को पूजा उपासना का सही तरीका पता नहीं होता है पर सभी लोग मां लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं. ऐसे लोगों के लिए आज हम कुछ सरल और प्रभावशाली उपाय बताने जा रहे हैं. इन उपायों को साधारण से साधारण व्यक्ति आसानी से कर सकता है और मां लक्ष्मी की कृपा पा सकता है. जैसे तन को स्वच्छ करने के लिए मन को स्वच्छ करना जरूरी होता है उसी तरह प्रयोग के आरंभ में पूरे विश्वास का होना जरूरी है. तीर्थ, ब्राह्मण, देवता ,ज्योतिष, औषध तथा गुरु में जिसके मन में जैसी भावना मौजूद होती है. उसे उसी प्रकार की सिद्धि मिलती है. शास्त्रों में भी बताया गया है “जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत तिन देखी जैसी’’ इसके अलावा भगवान का ध्यान कर प्रयोग पर सच्चा प्रेम और विश्वास भी होना जरूरी है. भगवान की आराधना से पहले नियमों का पालन करते हुए यदि कार्य किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है.
गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है “यह यथा मां प्रपद्यंते तांस्तव भजाम्यहम”अर्थात जो व्यक्ति जिस प्रकार मुझे याद करता है मैं उसी प्रकार उसे फल देता हूं और अगर कर्म के अनुसार फल ना मिले तो निराश नहीं होना चाहिए और चिंता छोड़ कर ईश्वर की पूजा आराधना करनी चाहिए. जो पुरुष हमेशा दुखी और शोकाकुल रहता है उसके सभी काम बेकार हो जाते हैं और वह बहुत बड़ी विपत्ति में फंस जाता है. ऐसी परिस्थिति में सफलता भी असफलता में बदल जाती है. धन संपत्ति को हासिल करना आसान है लेकिन लक्ष्मी को स्थाई रूप से एक जगह पर रोक पाना कठिन माना जाता है. अक्सर आपने देखा होगा कि जो लोग कल अमीर थे वह आज गरीब बन गए हैं. जहां आलीशान हवेली हुआ करती थी वहां घुमक्कड़ लोग रहने लगे हैं. इसके अलावा बड़े-बड़े कारखाने बड़े-बड़े महल खंडहर बन जाते हैं. ऐसे बहुत सारे उदाहरण मौजूद हैं जो आपने अपने घर के पास देखे होंगे. एक परिवार अपनी थोड़ी सी भी आमदनी में अपनी सभी जरूरतों को पूरा करके अमन चैन से अपना जीवन बिताता है. वहीं कई लोग अच्छी आमदनी होने के बावजूद भी हमेशा अपना दुखड़ा रोते रहते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिनको आजमाने से आप महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं.
- मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए सुबह उठकर सबसे पहले अपने दोनों हाथों की हथेलियों को देखकर अपने चेहरे पे तीन चार बार फिरायें.
- भोजन के लिए बनाई गई पहली रोटी या एक चम्मच चावल का कुछ भाग गाय को जरूर खिलाएं.
- शनिवार के दिन भोजन में काला चना ज़रूर बनाए. चीटियों को शक्कर मिला आटा खिलाए.
- घर में स्थापित किये हुए देवी देवता के चित्रों को नियमित रूप से कुमकुम, चंदन, पुष्प, माला आदि अर्पित करें.
- सुबह नाश्ता करने से पहले घर में झाड़ू जरूर लगाएं. शाम के समय घर में झाड़ू पोछा ना लगाएं.
- शाम से पहले घर में दीपक जरूर जलाएं. घर की सुहागन महिलाएं प्रसन्न मन से देवती देवताओं की आरती और संध्या वंदन करें.
- किसी भी काम के लिए अगर आपको घर से बाहर जाना है तो उसे पहले घर में जा झाड़ू जरूर लगाएं.
- कभी भी खाली पेट घर से बाहर न जाएं. अगर मीठा दही उपलब्ध है तो एक चम्मच खाकर घर से बाहर निकले. ऐसा करने से कार्य का सौभाग्यशाली योग्य बनता है.
- घर या बाहर सुपात्र महिलाएं और कुंवारी कन्याओं को हमेशा देवी स्वरूप मानकर प्रसन्न करने से घर में सुख संपत्ति और धन वैभव की प्राप्ति होती है.
- सफेद वस्तुओं का दान करें. ऐसा करने से लक्ष्मी योग बनता है. हमेशा दरिद्र, असहाय, रोगी, निर्धन और किन्नरों की सहायता करनी चाहिए.
- अगर संभव हो तो किन्नरों को दिए गए पैसों में से ₹1 का सिक्का वापस लेकर अपनी गुल्लक में रख लें. ऐसा करने से घर में बरकत आती है.
- धन संबंधी सभी कामों के लिए सोमवार और बुधवार का दिन सबसे अच्छा होता है. धन संबंधी कार्य के लिए घर से निकलने से पहले घर में स्थापित तांत्रिक वस्तुओं और गणेश जी के दर्शन जरूर करें और उनको फूल अर्पित करके एक फूल अपने पास रखें.
- जब भी घर से बाहर जाएं तो हमेशा कुछ ना कुछ लेकर ही घर में प्रवेश करें. अगर आपके पास कुछ नहीं है तो आप अपने घर में एक पेड़ का पत्ता लेकर भी प्रवेश कर सकते हैं.
- चेकबुक, पासबुक, पैसेके लेनदेन संबंधी कागज, पूंजी निवेश से जुड़े कागज आदि श्री यंत्र कुबेर यंत्र के नजदीक रखें.
- सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए रोजाना उन्हें लाल फूल लाल चंदन गोरोचन केसर जावित्री जो अथवा तेल युक्त जल अर्पित करें.
- सुबह दुकान प्रतिष्ठान ऑफिस आदि खोलने से पहले कुबेराधिपति पति भगवान शिव और माता पार्वती और महालक्ष्मी का ध्यान करें.
- नियमित रूप से राम रक्षा सूत्र और लक्ष्मी दायक मंत्र का जाप करें. इससे आपके घर में हमेशा मां लक्ष्मी निवास करेगी.
आपदम अपहर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम लोकाभिराम श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यहम
- जो लोग मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं उन्हें हमेशा पीले रंग के उन अथवा रेशम के आसन पर बैठकर मां लक्ष्मी के मंत्र की जाप करना चाहिए.
- पूजा अर्चना के समय हमेशा सही दिशा में मुंह करके बैठना चाहिए. हवन सामग्री में काले तिल, देसी घी, बताशे और कमल के बीज का इस्तेमाल जरूर करें. ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.
- यह दृढ़ निश्चय कर लें कि पूर्व में किये गए पापों को आज के सत्कर्म से दूर किया जा सकता है. हर शनिवार के दिन घर की साफ सफाई जरूर करें.