जानिए क्यों की जाती है मां लक्ष्मी के साथ गणेश जी की पूजा

दिवाली के त्यौहार पर हमेशा मां लक्ष्मी के साथ गणेश भगवान की भी उपासना की जाती है. जबकि हमारे धर्म ग्रंथों और संस्कृति के अनुसार मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की पूजा की जानी चाहिए. इसलिए यह सोचने का विषय है की ऐसा क्यों किया जाता है…… यह बात सभी जानते हैं कि दीपावली …

नवग्रह चालीसा

नवग्रह का अर्थ नौ ग्रहों से है – ज्योतिष में पृथ्वी को आधार मानकर सूर्य, चन्द्रादि नवग्रह माने गए हैं. हर व्यक्ति की कुंडली में ग्रह अपनी-अपनी भूमिका निभाते है. कोई शुभ फल प्रदान करता है तो कोई ग्रह कष्ट देने वाला भी होता है. हर ग्रह के कष्ट निवारण हेतु भिन्न-भिन्न उपाय भी होते …

जानिए क्या है शिव शक्ति के स्रोत

शिव शंकर भोलेनाथ को तीनों लोकों में सबसे ज्यादा शक्तिशाली माना जाता है. भोलेनाथ की पूजा स्वयं विष्णु और ब्रह्मा भी करते हैं. अर्थात भोलेनाथ शिव शंकर सर्वशक्तिमान और सर्व पूज्य माने जाते है. सृष्टि के निर्माण के बाद ब्रह्मा जी का कार्य खत्म हो जाता है. भगवान विष्णु सृष्टि का पालन पोषण और रक्षा …

जानिए क्या है श्रीयंत्र की पूजन विधि

सभी सांसारिक मनुष्य यही इच्छा रखते हैं कि वह अपने जीवन में धन, समृद्धि, यश, कीर्ति और ऐश्वर्य प्राप्त करें. उनके जीवन में किसी भी प्रकार की कोई कमी ना रहे. जीवन की सभी कमियों को दूर करने के लिए जरूरी है मां लक्ष्मी की कृपा…. मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए श्री यंत्र, …

कुंडली में पितृदोष होने के कारण और उपाय

किसी भी व्यक्ति के जन्म के समय उसकी कुंडली में बहुत सारे योग  मौजूद होते हैं. कुंडली में मौजूद ये योग  कभी अच्छे और कभी बुरे होते हैं. कभी-कभी यह योग मिश्रित फल देने वाले भी होते हैं. अक्सर कुंडली में कुछ ऐसे योग भी  होते हैं जिनके होने से मनुष्य के पास सब कुछ …

जानिए कौन-कौन से हैं भगवान विष्णु के अवतार

भगवान विष्णु की सबसे खास विशेषता उनका आकर्षक अवतार रूप है. ब्रह्मा और शिव के स्वभाव के विपरीत भगवान विष्णु ने लोक कल्याण के लिए बहुत सारे अवतार लिए. भगवान विष्णु अपनी सर्वकालिक, सर्वज्ञ, सर्वव्यापी, सनातन सत्ता को जीव निर्जीव पदार्थों में मानव कल्याण के लिए विग्रह करने में समर्थ है. पुराणों में बताया गया …

गाय की सेवा और व्रत करने से मिलता है ब्रह्म ज्ञान

हमारे पुराणों उपनिषदों और शास्त्रों में ब्रह्म ज्ञान पाने के लिए कठिन से कठिन साधनों का उल्लेख किया गया है. मनुष्य का दिमाग इस गूढ़ रहस्य को समझने में पूरी तरह से असमर्थ है, पर सद गुरुओं की कृपा धन्य है जिन्होंने गाय सेवा का एक ऐसा व्रत बताया है जिस व्रत को करने से …

जानिए क्या है अस्तेय व्रत का अर्थ

अस्तेय व्रत का अर्थ है चोरी ना करना. यह जीवन का सबसे महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है. इस व्रत की शुरुआत व्यक्ति कभी भी किसी भी समय कर सकता है. अस्तेय व्रत करने के लिए मनुष्य को अपनी इंद्रियों पर संयम रखते हुए भगवान विष्णु के समक्ष संकल्प लेना पड़ता है कि “परमात्मा मैं आज …

जानिए कैसे करें श्री यंत्र की साधना

यह बात सभी जानते हैं कि तिरुपति बालाजी और नाथद्वारा मंदिरों की नींव में श्री यंत्र की स्थापना की गई है. जिसकी वजह से वहां पर नियमित रूप से करोड़ों रुपए चढ़ावे के रूप में आते हैं. श्री यंत्र की स्थापना करने के कारण इन जगहों पर मां लक्ष्मी साक्षात निवास करती हैं. शास्त्रों के …

मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए करें श्री यंत्र की पूजा

हमारे धर्म पुराणों में मां लक्ष्मी और उनका प्रतीक माने जाने वाले श्री यंत्र की महिमा का वर्णन किया गया है.  मान्यताओं के अनुसार  श्री यंत्र को घर के पूजा गृह, तिजोरी में रख कर नियमित रूप से धूप, दीप आदि से पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से मनुष्य को धन-धान्य और सुख समृद्धि की …