कोरोना और अर्थव्यवस्था में मंदी।
पूरा विश्व इस समय Covid -19 महामारी के दौर से गुजर रहा है और साथ ही साथ इस महामारी ने पुरे विश्व की अर्थव्यवस्था को हिला कर रख दिया है। भारतीय अर्थव्यवस्था भी बहुत हद तक इस महामारी की वजह से टूट चुकी है। ऐसे में सभी के मन में भारतीय अर्थव्यवस्था में मंदी के दौर को लेकर कई तरह के सवाल है, तो आइये जानते है आपके पूछे गए सवालों के जवाब ज्योतिष आचार्य डाक्टर प्रेम कुमार शर्मा जी के द्वारा –
प्रश्न – भारतीय अर्थव्यवस्था में मंदी की वजह से हम कई साल पीछे चले गए है। सभी के काम ठप्प है, तो क्या हम इससे कभी उभर पाएंगे? कोरोना वायरस के वजह से अर्थव्यवस्था का जो हाल हो रहा है, वो कब ठीक होगा? और इसमें कितना समय लगेगा?
उत्तर – आपके द्वारा पूछा गया सवाल बिलकुल वास्तविक और उचित है, क्योकि सारी दुनिया इस वक्त लॉक डाउन की वजह से घर पर बैठी है। कोई कहीं नहीं जा पा रहा है। इस समय व्यक्ति चाहे छोटा हो या बड़ा, कम्पनी चाहे छोटी हो या बड़ी सभी के काम बंद है। अर्थव्यवस्था हिंदुस्तान की और पूरी दुनिया की बुरी तरह से प्रभावित हुई है। जैसा की हमने पहले भी बताया था कि 24 जनवरी को शनि जी ने मकर राशि में प्रवेश किया था, तभी से उन्होंने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया और उनके साथ ही साथ उनके एसोसिएट राहू और केतु ने भी मिलकर दुनिया में भय का वातावरण बना दिया। शनि एक राशि में ढाई साल रहते है, तो ढाई साल तक अर्थव्यवस्था डगमगाती रहेगी, अर्थव्यवस्था में लगातार गिरावट देखने को मिलेंगे, नौकरियां जाएँगी, जो जॉब में है उनकी जॉब जाने का डर बना रहेगा। मंदी का प्रभाव 24 जनवरी 2020 से लेकर 24 जुलाई 2022 तक बना रह सकता है। 24 जुलाई 2022 के बाद ये प्रभाव ख़त्म हो जायेगा, लेकिन क्योकि शनि जी का किसी राशि में एक साल तीन महीने तक कुप्रभाव बना रहेगा और उसके बाद कम होना शुरू हो जायेगा, इसलिए अप्रैल 2021 के बाद स्थितियों में सुधार होने की संभावनाएं बढ़ जाएँगी।
प्रश्न – आप देख रहे है इस समय बहुत सारे लोग जॉब को लेकर के बहुत इन्सीक्योर है, डरे हुए है, बहुत सारी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की सैलरी रोक दी या सैलरी काट रहे है, तो क्या मंदी का दौर आने वाला है?
उत्तर – जैसा की आप जानते है कि जब काल पुरुष की कुंडली की रचना की गयी थी तो उसके अंदर 10वां घर को काम का घर (हाउस ऑफ़ प्रोफेशन) और 11वां घर को आय का घर( हाउस ऑफ़ इनकम) कहते है और अभी यहाँ शनि है, शनि जो तनाव, गुस्सा, नकारात्मकता के स्वामी है, इसलिए जॉब के जाने का डर और सैलरी जो काटी गयी है, ये कुछ समय तक तो आपको झेलना पड़ सकता है, लेकिन बहुत लम्बे समय तक झेलना पड़ेगा ऐसा बिलकुल भी नहीं है। 15 नवम्बर के बाद आप देखेंगे कुछ चीजे कण्ट्रोल में आने लगेंगी। प्रशन्न के समय तुला लगन चल रहा है। यदि वृश्चिक लगन होता तो इसका मतलब जो स्थिति है वो स्थिर रहेगी, लेकिन तुला लगन का मतलब है जो स्थिति है वो ऐसी हमेशा नहीं रहेगी। अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा। फिलहाल अभी जो स्थिति है वो जायज है। 2 साल का समय है, जो झेलना बाकी है, लेकिन हां चीजे कण्ट्रोल में आ जाएँगी और अप्रैल 2021 से हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था में सुधार आने लगेगा। इस समय सहनशीलता बनाये रखनी होगी। शनि का मतलब डर और भय भी है और हमें इसी डर से मुक्ति पानी होगी। शनि का मतलब चीजो को स्वीकार करना भी होता है, तो जब हम चीजो को स्वीकार करना शुरू कर देते है, तो मन शांत होता है। ये जो आपको समय मिला है, इसमें आपको आगे क्या करना है, कैसे करना है, उसकी प्लानिंग कर सकते है और आगे यदि आपको जॉब में थोडा कोम्प्रोमाइज भी करना पड़े तो आपको उसके लिए भी तैयार रहना चाहिए।
प्रश्न – लोग कहते है कि जब समस्या है तो इसका कोई उपाय या टिप भी होगा, जिसे हम सभी करें, जिससे जिनकी नौकरियां जाने वाली है वो ना जाये रुक जाये।
उत्तर – देखिये शनि साधना के स्वामी है, शनि शांति के स्वामी है, शनि न्याय के स्वामी है, तो उदहारण के तौर पर, यदि आप कोर्ट में जाते है तो देखते होंगे की न्यायधीश सीट पर बैठे हुए होते है और वकील आपस में बहस कर रहे होते है, मगर जज साहब शांति से बैठकर सुन रहे होते है। इसका मतलब थोड़ी सी शांति हमें भी बना के रखनी है। ये समय जो आपको मिला है इसमें आपको साधना करनी है, ध्यान लगाना है, इससमय आप खुद को प्रभु से जोड़ दीजिये। आप जिस भी धर्म को मानते है, क्योकि ज्योतिष का किसी धर्म से कोई लेना देना नहीं होता। कुछ लोग कहते है, हमें किसी भगवान् पर भरोसा नहीं है। भगवान् होते तो ये कोरोना थोड़े ही आता। ऐसा नहीं है, ये विधि का विधान है। दिन है तो रात भी आती है। सर्दी आती है, तो गर्मी भी आती है, जिंदगी में उतार चढ़ाव तो आते ही रहते है। उपाय यही है कि आप साधना कर सकते है। मन ही मन में जिस मंत्र का उच्चारण आप कर सकते है करिए या फिर ॐ का उच्चारण भी कर सकते है और यदि आप मंत्रो का उच्चारण नहीं करना चाहते तो आप योग भी कर सकते है। योग भी एक साधना है। योग में आप अनलोम- विलोम, प्राणायाम, या फिर गहरी साँस लेना जिसमे आप नेगिटिविटी छोड़ते है और पाजिटिविटी ग्रहण करते है कर सकते है। योग का मतलब जुड़ना है उस परमात्मा के साथ, इससे आपका तनाव भी ख़त्म होगा और भारत की अर्थव्यवस्था तो वैसे भी कुछ समय में सुधरने वाली है ही।
प्रश्न – हम सोशल डिस्टेनसिंग की बात कर रहे है पर अभी इन हालातो में इमोशनल डिस्टेनसिंग भी शुरू हो गयी है, लोगो में धैर्य की कमी आई है, रिश्तों में तनाव आ गए है, तो क्या आने वाले समय में वो लोग और डिप्रेशन में जाने वाले है? क्या उनका मेंटल बैलेंस ठीक रहेगा?
उत्तर – आपने देखा होगा पहले क्या होता था लोग दिन में काम करने बाहर जाते थे और रात में घर आते थे, लेकिन आज की स्थिति में लॉक डाउन की वजह से सब लोग घर में ही है और उनके पास एक दुसरे को देखने के अलावा कोई काम नहीं है, उसके ऊपर काम ठप्प होने का तनाव भी है, तो इस तनाव की स्थिति में परेशानी कहीं और की होती है और कमियां किसी और में निकालते है। शनि वैराग्य के भी स्वामी है तो आपको इस आइसोलेसन को एक्सेप्ट करना पड़ेगा, आपको पता है समस्या है और आपके पास उसका कोई हल नहीं है तो चिंता करने से लड़ाई करने से कुछ नहीं होगा। शांति बनाये रखना ही सबसे बड़ा हथियार है। इस समय सोशल डिस्टेनसिंग जरुरी है, लेकिन रिश्तो में दूरियां आजाएं ये बिलकुल भी ठीक नहीं है। अपने परिवार को प्रोत्साहित करते रहिये, यही समय है कि आप उनके साथ बहुत अच्छा समय बिता सकते है। इस समय शांति रहिये, साधना करिए, परिवार को सुनिए और आने वाले समय के लिए खुद को तैयार रखिये। शनि जी ने भी तो भगवान् शिव की साधना करके इतना बड़ा वरदान लिया है, तो आप पर भी प्रभु की कृपा जरुर होगी विश्वास करिए और धैर्य बनाये रखिये।
घर में रहिये ! सुरक्षित रहिये !