कोरोना कब ख़त्म होगा?

कोरोना कब ख़त्म होगा?

कोरोना कब ख़त्म होगा, ये आज के समय में बहुत बड़ा सवाल है, जो सभी के मन में है। इसके लिए हमारे पास बहुत सारे फोन्स, इमेल्स आ रहे है, क्योकि इस समय कोरोना का कहर पूरी दुनिया पर छाया हुआ है। सभी लोग इससे भयभीत है और पूरी दुनिया इस समय लॉक डाउन के दौर से गुजर रही है। ये कोरोना का वायरस कहाँ से आया? कब ख़त्म होगा? और ख़त्म होगा भी की नहीं होगा? ये बहुत बड़ा सवाल बना हुआ है। तो आज हम आपको ज्योतिष सितारों के जरिये बताते है कि कोरोना कब ख़त्म होगा। ऐसे सवाल पूछे जाते है कि कहीं इससे दुनिया का विनाश तो नहीं हो जायेगा? कहीं ऐसा तो नहीं होगा जिस तरीके से इसकी रफ़्तार चल रहीं है जैसे एक व्यक्ति जिसके अंदर ये वायरस आ गया वो कितने लोगो तक यह वायरस पंहुचा देगा। ऐसे बहुत से सवाल इस समय लोगो के मन में है। इस वक्त ना कोई घर से निकल सकता है, ना किसी से बात कर सकता है। लोगो के मन पर कोरोना का तनाव बहुत ज्यादा हावी हो चूका है।

ये तो आप जानते ही होंगे कि शनि जी परेशानियों के कारक ग्रह माने जाते है और राहू, केतु का भी उन परेशानियों को बढाने में बहुत बड़ा रोल होता है और कुछ चीजे ऐसी भी घटित होती है, जिससे जीवन का बहुत गहरा ताल्लुक होता है। आपको याद होगा हमने पहले भी बताया था, न्यूज़ चैनल पर और ट्विट भी किये थे, कि जब 26 दिसम्बर 2019 को सूर्य ग्रहण लगा तो 6 ग्रह एक ही साथ एक ही घर में बैठे हुए थे। अब ये 6 ग्रह चौथे गृह में अर्थात जनता के ग्रह में बैठे थे, तो जनता में परेशानी, निराशा, आकस्मिक घटनाये, राजनीती के अंदर उथल- पुथल, शासको का हालातो को कण्ट्रोल करने में मुश्किलें आना ये चीजे स्वाभाविक है।

एक और महत्वपूर्ण बात जो हम आपको पहले भी बता चुके है, जैसे कि 26 दिसम्बर2019 को सूर्य ग्रहण लगा और फिर 10 जनवरी 2020 को चन्द्र ग्रहण, यानी पौष मास के अंदर दो ग्रहण का लगना, अपने आप में ही बहुत बड़ी बात थी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी किसी एक महीने के अंदर दो ग्रहण लगते है तो यक़ीनन तौर पर घटनाये घटती ही घटती है और बहुत बुरी- बुरी घटनाएं घटती है, जैसे बाढ़, भूकंप, आकस्मिक घटनाओ का होना, ये सही है कि हमने कोरोना महामारी का नाम नही लिया था, लेकिन कोरोना एक आकस्मिक घटना ही तो है। जब भी कोई ग्रहण आता है तो आने के तीन महीने पहले और तीन महीने बात तक उसका प्रभाव तेज होता है और उसमे शनि का भी 24 जनवरी 2020 को परिवर्तन करना, ये भी एक बहुत बड़ी बात थी।

आप जानते ही होंगे कि शनि पृथ्वी से बेहद दुरी पर है और गुस्से और उदासीनता के भी स्वामी है। ऐसा नहीं है कि शनि बुरे ग्रह है, लेकिन राहू और केतु शनि जी का कुप्रभाव बढ़ा देते है। इसलिए भी इसका बहुत बड़ा प्रभाव पुरे देश और दुनिया पर पड़ा इसके साथ ही एक और बात जिसको अनदेखा नहीं किया जा सकता वो ये कि 2020 अर्थात 2 + 0 + 2 + 0  यानि 4, तो 4 जो युरेनस का नम्बर है। राहु का नम्बर है। ज्योतिष के अनुसार मिसअंडरस्टैंडिंग का नम्बर है, और ये बताता है कि देश और दुनिया में ऐसी चुनोतिया आएँगी, ऐसी परेशानीयां आयेंगी, जिसके लिए कोई भी मेंटली तैयार नहीं होगा और जिसका सामना हमारे शासको को भी करना पड़ेगा, तो अब सवाल ये उठता है कि क्या देश इसका सामना कर पायेगा?  जी हां बिलकुल कर पाएगा और इसका प्रभाव हिंदुस्तान ने पूरी दुनियां पर छोड़ा भी है, हमारे देश ने बहुत हद तक इसे कण्ट्रोल भी कर लिया है। और हमारे देश में तो कण्ट्रोल हुआ ही है बल्कि हमारे देश से दुसरे देशो में दवाइयां भी भिजवाई जा रही है।

हमारे प्रधानमंत्री पूरी तरह से देश के लिए समर्पित है कि देश को भी बचाया जाय और दुनिया को भी बचाया जाय, जगह – जगह पर मदद की जाये, जो हो भी रही है। इस समय पूरा देश और दुनिया इस परिस्थिति से गुजर रहा है। हमारे देश में इसका प्रभाव कम है और कम रहेगा। हिंदुस्तान इसे कण्ट्रोल करने में जल्द ही कामयाब भी हो जायेगा। देखिये शनिदेव किसी भी राशि के अंदर ढाई साल तक रहते है और शनि जी के ढाई साल का आधा भाग यानि एक साल तीन महीने का जो समय है वो कस्टकारी साबित होता है, जो 2020 का साल है। तो आने वाले समय में 25 मई 2020 के बाद से इसका प्रभाव कम होने लगेगा और 15 सितंबर 2020 तक हिंदुस्तान के अंदर काफी हद तक कंट्रोल में आ जायेगा। भले ही छोटे छोटे प्रभाव चलते रहे, लेकिन वो तो जिन्दगी का हिस्सा होते है, मगर दुनिया का विनाश हो जायेगा। इस भय को आप अपने दिमाग से बिलकुल निकाल दीजिये।

हिन्दुस्तान में कुछ गलत नहीं होने वाला है, लेकिन हां इस समय शनि, राहू और केतु का जो प्रकोप है, जिसने पूरी दुनिया को हिलाकर के रख दिया है, तो क्या वो पूरी तरह धरती का विनाश करने में कामयाब हो जायेगे? ऐसा बिलकुल भी नहीं होगा। शनि न्याय के भी देवता है, हमारे कर्मो का फल देने वाले, ये समय थोडा मुश्किल का समय है। जल्द ही हम इसमें से निकलने में कामयाब हो जायेंगे और 15 सितम्बर 2020 के बाद इसका प्रभाव काफी कम हो जायेगा। आपने देखा होगा कि 13 अप्रैल 2020  को सूर्य उच्च के हो गए और मेष में चले गए। तो 13 अप्रैल 2020 से 15 मई 2020 के बीच कुछ बदलाव आयेंगे व परिस्थियाँ बदलेंगी। लॉकडाउन इत्त्यादी में रिलीफ मिलना शुरू हो जायेगा और कुछ कामो की भी शुरुवात होने लगेगी।

आपका सवाल था कि क्या कोरोना से धरती का विनाश होगा? नहीं ऐसा कभी भी नहीं होगा क्योकि ये तो शास्त्र भी कहते है कि कभी विनाश नहीं होता, जब सृष्टी अपना रूप बदलती है तो उसमे बहुत साल लग जाते है। अभी वो समय नहीं आया है कि जिससे दुनिया का विनाश हो जाये, लेकिन ये कोरोना ख़त्म कब होगा तो इसके लिए आप पिछला रिकॉर्ड उठा कर के देख लीजिये कि जिन जिन सालो का टोटल 4 और 8 जैसे होते है तो ऐसा सिस्टम बनता है कि कोई बड़ा तूफ़ान खड़ा होता है और उसपर शनि का परिवर्तन जिससे पूरी दुनिया दहशत में आ गयी।

शनि जो न्यायधीश है और न्यायधीश कहते है, फासला रखिये और बिराम दीजिये जिसका एक मतलब ये भी है कि घर में रहे सुरक्षित रहे। शनि दंड के भी स्वामी है तो जो नियम बनाये गए है, उसका पालन कीजिये शनि ध्यान भी है, शनि साधना भी है, तो जो भी समय मिला है उसे ध्यान, साधना में लगाये और अपने परिवार के साथ बिताये। इसके अलावा आप यू ट्यूब और  सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्विटर, इन्स्टाग्राम, वाटसएप और फोन्स के जरिये लोगो से जुड़ सकते है।

हम आपको यही कहना चाहेँगे की पहले भी इसी तरह की कई परेशानिया आई जैसे आईफ्लू, डेंगू, चिकंपुनिया उसने कितना परेशान किया, ऐसे ही कोरोना जैसे आया है, ख़त्म भी होगा। ऐसे में थोड़ी हिम्मत बनाये रखने की जरुरत है, खुद की भी और परिवार की भी। शनि नेगिटीवीटी के स्वामी है तो पाजिटिविटी के भी स्वामी है। नेगिटिव होते है तो डिप्रेशन देते है, वहीँ पॉजिटिव होते है तो जिन्दगी भी देते है। इसलिए आप अपने होसले बुलंद रखिये।

घर में रहिये ! सुरक्षित रहिये !

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