घर में सुख समृद्धि धन धन्य सभी को अच्छा लगता है| सभी चाहते हैं उनके घर परिवार में सुख समृद्धि बानी रहे निरंतर धन आता रहे| और चातुर्मास के महीने में ऐसे अनेको पर्व आते हैं जब हम माँ लक्ष्मी की कृपा अपने और अपने घर में हमेशा के लिए बनाये रख सकते हैं|
चातुर्मास के कार्तिक महीने में माँ लक्ष्मी का सबसे महत्वपूर्ण पर्व आता है दीपावली| जिसपे सभी लोग यह प्रयास करते हैं की माँ लक्ष्मी उनके जीवन में सदैव के लिए ठहर जाए| और उनके घर से दरिद्रत्ता का हमेशा के लिए सर्वनाश होजाये| इस दीपावली हम ऐसा ही एक कारगर उपाय बताएंगे जिस से आपकी आने वाली सभी दीपावली धन धन्य से भरपूर होगी|
आपने माँ लक्ष्मी के तीन स्वरुप धना लक्ष्मी माँ, विजय लक्ष्मी माँ व् वीरा लक्ष्मी माँ के हाथो में धन व् कमल के साथ शंख भी अवश्य ही देखा होगा| श्री यंत्र के बारे में लग भग सभी लोग जानते भी हैं और पूजा भी करते, परन्तु जो व्यक्ति मोती शंख की पूजा करता है या उसे अपने घर व् व्यापार में स्थापित करता है उसके घर व् व्यापार में लक्ष्मी का निवास हमेशा के लिए होजाता है| जहा मोती शंख की स्थापना होती है वह लक्ष्मी जी का स्थायी निवास होजाता है|
भारतवर्ष में दक्षिणावर्ती शंख का विशेष महत्व जन साधारण में व्यापत है, परन्तु मोती शंख अपने आप में दुर्लभ व् महत्वपूर्ण शंख है| इसकी चमक मोती के सामान है इसलिए इसे मोती शंख का नाम दिया गया है| यह एक गोल अकार का सुन्दर सुरम्य शंख है जो की अपने आप में कईं विशेषताएं समेटे हुए है| यह शंख अलग अलग माप में पाया जाता है, यह प्रकर्ति का वरदान है जो मनुष्य को सहेज ही प्राप्त है|
मोती शंख के अनेको प्रयोग है| इसकी विशेषता यह है की एक साधारण व्यक्ति भी इसका प्रयोग व् उपाय कर बड़ी से बड़ी सफलता प्राप्त कर सकता है|
मोती शंख के ख़ास उपाय :-
1 जैसा की हमने पहले भी आपको बताया की मोती शंख माँ लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है इसीलिए इसकी भी पूजा उपासना की जाती है| यदि आपको किसी प्रकार का रोग है या किसी भी प्रकार के रोग होने का खतरा है तो आप माँ वीरा लक्ष्मी जी का ध्यान करते हुए, रोज़ नहाने के पानी में इस शंख में भरा हुआ जल मिलाएं|
2 इस शंख को व्यापार के स्थान या कारखानों में स्थापित किया जाये तो दरिद्रता का वास वहाँ से सदैव के लिए ख़तम होजाता है| इस शंख को ख़ास कर के दरिद्रता निवारक कहा जाता है|इसके रहने से व्यापार में वृद्धि व् उन्नति होती है|
3 अगर आपकी प्रॉपर्टी फंस गयी है, या प्रॉपर्टी का अर्जन नहीं कर प् रहे, संपत्ति सम्बन्धी कोई भी समस्या हो, आदि में बहुत सहायक होता है| अगर आपका पैसा कहीं फंस गया है या रुक गया है तो यह एक रामबाण उपाय है| माँ धन लक्ष्मी जी का ध्यान करते हुए नीचे दिया गया उपाय करें|
- शुक्ल पक्ष की किसी भी शुभ तिथि के दिन स्नान आदि कर खुद को शुद्ध करलें|
- अब मोती शंख को अपने सामने रखें और उसपे केसर से स्वस्तिक बनाएं|
- इस मन्त्र को एक प्लेट पर पीले कागज़ पर लिख के चिपका लें|
- उसके ऊपर अब शंख रखें|
- इसके बाद निम्न मन्त्र का उच्चारण करें तो शुभ होगा|
ॐ श्रीं ह्रीं दारिद्रय विनाशिन्ये
धनधान्य समृद्धि देहि देहि नमः
- इस मन्त्र का उच्चारण करते हुए एक एक चावल का दाना इस शंख के मुँह में डालते रहे|
- इस बात का ध्यान रखें की चावल टूटा हुआ न हो|
- इसीप्रकार रोज़ एक माला पूरी करे|
- यह उपाय आप तीस दिन तक करेंगे|
- जब यह तीस दिन तक प्रयोग आप करलें, एक सफ़ेद कपडा लें उसपे केसर से स्वस्तिक बनाएं| उसमे यह शंख चावल के दानो के साथ व् चाँदी के सिक्के के साथ एक और लाल कपडा उसपे ढकें|
- अब इसे सफ़ेद लाल दोनों के बीच लपेट कर अपने घर व् कारखाने के पूजा स्थान पर रख दें|
- अब जब तक व्यक्ति के पास यह शंख रहेगा तब तक उसे धन का आभाव नहीं होगा, दरिद्रता दूर रहेगी व् उसके घर व् व्यापार में सदैव उन्नति होगी|
4 यदि इस शंख में जल भर कर माँ लक्ष्मी या श्री यंत्र पर चढ़ाया जाये तो माँ लक्ष्मी अत्यंत प्रसन्न हो अपने भक्त पर सदैव कृपा बनाएं रखतीं हैं|
5 अगर आपका पैसा कहीं फस्स गया है, या आपका पैसा कहीं डूबने की कगार पर है, तो माँ विजय लक्ष्मी जी का ध्यान करते हुए मोती श्नख को घर में स्थापित करें और रोज़ “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” ग्याराह बार जाप करें|
6 यदि मोती शंख को दूकान के गल्ले/धन के स्थान पर रखा जाये तो व्यापार व् धन में अपार वृद्धि होती है|
7 अगर आप के तमाम प्रयासों के बाद भी आपको नौकरी नहीं मिल पा रही हो तो, वीरा लक्ष्मी माँ का ध्यान करते हुए मोती शंख को अपने घर के नॉर्थ/उत्तर एरिया में रखें और रोज़ इसके आगे हाथ जोड़ नौकरी के लिए प्रार्थना करें| व् नीचे दिए गए मन्त्र का क्षमता अनुसार या ग्यारह बार जाप करें| “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः”
8 बच्चों का अगर पढ़ाई में ध्यान ना लगता हो या उन्हें एकाग्रता की समस्या हो तो माँ सरस्वती जी का ध्यान करते हुए, उत्तर पूर्व की दिशा में मोती शंख की स्थापना करें|