सभी सांसारिक मनुष्य यही इच्छा रखते हैं कि वह अपने जीवन में धन, समृद्धि, यश, कीर्ति और ऐश्वर्य प्राप्त करें. उनके जीवन में किसी भी प्रकार की कोई कमी ना रहे. जीवन की सभी कमियों को दूर करने के लिए जरूरी है मां लक्ष्मी की कृपा…. मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए श्री यंत्र, जिसे यंत्र राज और यंत्र शिरोमणि भी कहा जाता है कि पूजा उपासना करना उत्तम माना गया है. पुराने समय से ही श्री यंत्र पर किए जाने वाले प्रयोग प्रचलित है. शास्त्रों में बताया गया है कि श्री यंत्र की पूजा करने से मनुष्य के रुके हुए कार्य सफल हो जाते हैं. दुख दरिद्र का नाश होता है और मनुष्य को अभूतपूर्व सफलता मिलती है. श्री यंत्र की शास्त्रीय पूजन विधि बहुत कठिन है, और इसकी प्रक्रिया बहुत विस्तृत है. इसलिए आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से श्री यंत्र की सरल पूजन विधि बताने जा रहे हैं, जिससे आप आसानी से मां लक्ष्मी की कृपा पा सकते हैं.
श्री यंत्र पूजन विधि :-
- श्री यंत्र की पूजा करने के लिए सबसे पहले प्रात काल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहने.
- अब श्री यंत्र को जल में थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर नीचे दिए गए मंत्र के द्वारा शुद्ध करें.
मंत्र :-
ओम अपवित्र पवित्रो वा सर्वावस्थानम गतोयपि व यः स्मरेत पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तर शुचि
- मन्त्र का जप करने के बाद लाल कपड़ा बिछाकर श्री यंत्र की स्थापना करें. इसके पश्चात श्री यंत्र को लाल चंदन का तिलक लगाएं और धूप दीप द्वारा वातावरण को शुद्ध करें.
- अब श्री यंत्र के सामने पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें. इसके बाद आचमन करें. प्रथम बार- ओम केशवाय नमः दूसरी बार- ओम नारायणाय नमः- तीसरी बार ओम वासुदेवाय नमः
- तीनों मंत्रों से आचमन करके दिए गए मंत्र को पढ़ते हुए अपने हाथों को जल से शुद्ध करें. ओम ऋषिकेशाए नमः
- अब महालक्ष्मी जो श्री यंत्र की अधिष्ठात्री देवी हैं का ध्यान करें. इसके बाद श्री यंत्र को लाल चंदन, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य चढ़ाते हुए श्रद्धा पूर्वक पूजन करें.
- नियमित रूप से एक निश्चित समय पर 108 बार श्री यंत्र के सामने बैठकर रुद्राक्ष की माला से मां लक्ष्मी मंत्र का जाप करें.
ओम ह्रींग क्लीम श्रीम महालक्ष्मी नमः
श्रीयंत्र की पूजा करने के लाभ :-
- नियमित रूप से एकाग्र चित्त होकर मंत्र का जाप करने से मनुष्य को शारीरिक और मानसिक लाभ मिलता है
- श्रीयंत्र का पूजन करने से धन की प्राप्ति होती है और हर कार्य में सफलता मिलती है. श्री यंत्र की श्रद्धा पूर्वक पूजा अर्चना करने से मनुष्य उन्नति के मार्ग पर अग्रसर होता है.